जानिए फिल्म 'The Kashmir Files' को लेकर क्या बोले उमर अब्दुल्ला
NDTV को दिए एक बयान में अब्दुल्ला ने कहा कि फिल्म ने तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया। कई तथ्यों को सिर्फ सनसनीखेज बनाने और सत्ताधारी पार्टी को आकर्षित करने के लिए तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
उमर ने कहा कि उस समय कश्मीर में राष्ट्रपति शासन था और केंद्र सरकार का नेतृत्व वीपी सिंह कर रहे थे जिसे भाजपा का समर्थन प्राप्त था।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उस समय कई मुसलमान और सिख भी चले गए लेकिन कोई उनके बारे में बात नहीं करता। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों का घाटी से जाना दुखद है।
उन्होंने फिल्म के निर्माताओं को यह कहकर भी फटकार लगाई कि वे खुद कश्मीरी पंडितों को घाटी में वापस नहीं चाहते।
अब्दुल्ला के ट्वीट पर अमित मालवीय ने तीखी प्रतिक्रिया दी और बताया कि वह जिसे सच्चा इतिहास मानते हैं।
चूंकि मामला इतना संवेदनशील है, इसलिए फिल्म निर्माताओं की सुरक्षा एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। नतीजतन, केंद्र ने निदेशक विवेक अग्निहोत्री वाई को सुरक्षा देने का फैसला किया है। वाई कैटेगरी में व्यक्ति की सुरक्षा के लिए कुल 8 सुरक्षाकर्मी नियुक्त किए गए हैं।